लेखनी प्रतियोगिता -01-Dec-2021
दैनिक काव्य-कविता प्रतियोगिता
कहानी भलाई की।
आओ सुनाऊं एक भलाई की कहानी
मुश्किल डगर है आसानी से हृदय में नहीं समानी
भलाई अपनाने को हृदर-विशाल करना होगा
अपने निज-हितों की चाह को त्यजना होगा
भलाई एक मूक गीत है धुन इसकी एकल संगीत है
कड़ी में कड़ी जोड़कर ही मिलती इसको जीत है
शनै:शनै: - कदम-दर-कदम बढ़ती ये आगे ही आगे
अपनाता वही जिसके अहो-भाग्य कर्म हों जागे
कहते-सुनते देखा-सुना है जो अपनाता खुद भी खाली नहीं रहता है
जो ना भी कोई आस-पास साथ देने वाला, प्रभु स्वयं बनता उसका संगी-सहाई है
जग में सुंदरतम से सुंदरतम कर्म करना सबकी भलाई है।।
प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टी
🙏😊🌹
Punam verma
03-Dec-2021 09:02 AM
Nice
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Pallavi
01-Dec-2021 10:29 PM
Nice
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Priyanka Rani
01-Dec-2021 10:10 PM
Very nice mam
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